अब्रह्म आदि निषेध
जो कोई पुरुष एक रात भी वेश्या के साथ निवास करता है, वह लुहार, चमार, भील, चाण्डाल, भंगी और पारसी आदि नीच लोगों का झूठा भोजन खाता है, क्योंकि वेश्या सभी लोगों के साथ शयन करती है। कोई भी अपराध और दूसरा कैसा भी पाप क्यों न करो पर तुम्हारे पक्ष में यही श्रेयस्कर है कि तुम पड़ोसी की स्त्री से सदा दूर रहो। मद्य, मांस आदि को खाने वाली स्त्रियों को सेवन करने वाला व्रतधारी पुरुष निंदा एवं मद्यत्याग आदि मूलगुणों आदि की हानि को प्राप्त होता है।