सामान्य से गुणस्थानों में कर्मों के उदय गुणस्थान उदय अनुदय व्युच्छिति 14 अयोगकेवली 12 110 12 वेदनीय (कोइ १), उच्च गोत्र, मनुष्य गति, मनुष्य आयु, पंचेन्द्रिय जाति, त्रस, बादर, पर्याप्त, सुभग, आदेय, यशःकीर्ति, तीर्थंकर 13 सयोगकेवली 42 +1(तीर्थंकर) 80 …
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