कुछ काल बाद श्वेताम्बर संघ में से ढूंढिया अपरनाम स्थानकवासी मत की उत्पत्ति हुई विक्रम की मृत्यु के 1527 वर्ष बाद धर्म कर्म का सर्वथा नाश करने वाला एक लंकामत ढूंढिया मत प्रकट हुआ इसी की विशेष व्याख्या यों है …
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