अध्यात्म नय
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अध्यात्म नय दो प्रकार का हैनिश्चयनय और व्यवहारनय । निश्चयनय का विषय अभेद द्रव्य है। निश्चयनय आत्मा के आश्रित है। एक अभेद वस्तु में जो धर्मों का अर्थात् गुण पर्यायों का भेद रूप उपचार करता है वह व्यवहारनय कहा जाता है। पर पदार्थ का आश्रित कथन करना व्यवहार है।
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