अद्धापल्य
दो हजार कोश चौड़े और दो हजार कोश गहरे गोल गड्ढे में मैंढे के ऐसे बालों को जिनका कैंची से दूसरा भाग न हो सके, भर दिया जाए और फिर सौ-सौ वर्ष बाद एक- एक बाल निकाला जाए ऐसा करने पर जितने वर्षों में गड्ढा रिक्त हो जावे उतने वर्षों के जितने समय (Unit of Time) हो उतने काल को व्यवहार पल्य कहते हैं । इससे असंख्यात गुणा उद्धार पल्य होता है, इससे द्वीप समुद्रों का प्रमाण जाना जाता है और उद्धार पल्य से असंख्यात गुणा अद्धा-पल्य होता है। इससे नारकी, मनुष्य और देवों की आयु तथा कर्म-स्थिति का प्रमाण जाना जाता है।