उद्धार पल्य
व्यवहार पल्य की रोम-राशि में से प्रत्येक रोम-खण्डों के असंख्यात करोड़ वर्षों के जितने समय हों उतने खण्ड करके उनसे दूसरे पल्य को (अर्थात् पल्य प्रमाण गड्ढे को) भरकर पुनः एक-एक समय में एक-एक रोमखण्ड को निकालें। इस प्रकार जितने समय में वह दूसरा गड्ढा खाली होता है उतना काल उद्धार पल्य का काल है। इससे द्वीप समुद्रों का प्रमाण मापा जाता है।