अदीक्षा ब्रह्मचारी
जो बिना ही ब्रह्मचारी का भेष धारण किये शास्त्रों का अभ्यास करते हैं और फिर ग्रहस्थ धर्म धारण करते हैं, उन्हें अदीक्षा ब्रह्मचारी कहते हैं। अदृष्टान्तवचनोदाहणाभास (जो दृष्टान्त नहीं है उसका सम्यक वचन होना ) नाम का दूसरा उदाहरणाभास इस प्रकार है- अन्वय व्याप्ति में व्यतिरेक दृष्टान्त कह देना और व्यतिरेक व्याप्ति में अन्वय दृष्टान्त बोलना उदाहरणाभास है।अद्धा स्थिति बंध के काल को अद्धा कहते हैं। अद्धा और काल की स्थिति एकार्थवाची है। अद्धा शब्द एक निपात है, वह कालवाची है।