ग्रह
ज्योतिष – देव पाँच प्रकार के होते हैं जिसमें से ग्रह भी ज्योतिष देवों का एक प्रकार है। प्रत्येक चन्द्र के परिवार में बुध, शुक्र, बृहस्पति, मंगल, शनि आदि 88 ग्रह माने गए हैं। प्रत्येक ग्रह विमानों में गोपुर द्वार, कूट, वेदी व जिन भवन हैं विमानों के कूटों पर प्रासाद या भवन होते हैं। इन भवनों में उपपाद मन्दिर, अभिषेकपुर, भूष्णग्रह, मैथुन शाला, मन्त्र शाला आदि समभवन हैं। जम्बूद्वीप में 176, लवणसमुद्र में 352, घातकी खण्ड में 1056, कालोदधि में 3696, पुष्करा में 6336 ग्रह हैं इस प्रकार मनुष्य लोक में ग्रहों की संख्या 11616 है।