अग्रनिवृत्ति क्रिया
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समस्त अघातिया कर्मों का भी नाशकर विनश्वर शरीर से सदा के लिए नाता तुड़ाकर उत्कृष्ट व अविनश्वर सिद्ध पद को प्राप्त हो, लोकशिखर पर अष्टम भूमि में जाकर निवास करना अग्रनिवृत्ति क्रिया है।
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