अभिनिवेश
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यह मेरा है इस प्रकार के भाव को अभिनिवेश कहते हैं । शाश्वत रूप से अनात्मीय और कर्मजनित स्वशरीर आदि द्रव्यों में आत्मीयपने का भाव अभिनिवेश कहलाता है। जैसे यह शरीर मेरा है।
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