अभिघान Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentजो व्याख्यान किए जाने योग्य सूत्र कहे गए हैं वही अभिधान अर्थात् वाचक या प्रतिपादक कहलाते हैं।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like ज़िनागम का सार भाग 1 30 November, 2024 antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023