अधिगम
पदार्थ का ज्ञान होना अधिगम कहलाता है। जीवादि पदार्थों का अधिगम अर्थात् ज्ञान, प्रमाण और नयों के द्वारा होता है। अधिगम दो प्रकार का है— स्वार्थ और परार्थ । स्वार्थ अधिगम ज्ञानात्मक है, जो मतिश्रुत आदि ज्ञान रूप है । परार्थ अधिगम वचन रूप है। शब्दात्मक अर्थात् वचन रूप अधिगम को परार्थ अधिगम कहते हैं ।