अशुद्धता Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentउस बन्धन रूप पर गुणाकार क्रिया के होने पर जो उन दोनों जीव कर्मों का अपने-अपने गुणों से च्युत होना है वह अशुद्धता कहलाती है।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like ज़िनागम का सार भाग 1 30 November, 2024 antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023