अर्थसम
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द्रव्यश्रुत आचार्यों की अपेक्षा न करके संयम से उत्पन्न हुए श्रुत – ज्ञानावरण के क्षयोपशम से उत्पन्न स्वयंबुद्धों (तीर्थंकरों) में रहने वाला द्वादशांगरूप श्रुत अर्थसम कहलाता है। Related – सूत्र सम, ग्रन्थ सम, नाम सम, घोष सम (IInd 602 कोष)
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