अनन्त धर्मत्वशक्ति Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentपरस्पर भिन्न लक्षण स्वरूप जो अनन्त स्वभाव उससे मिला हुआ जो एक भाव जिसका लक्षण है ऐसी सत्ताईसवीं अनन्तधर्मत्वशक्ति है।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like ज़िनागम का सार भाग 1 30 November, 2024 antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023