अतिथि
संयम का विनाश न हो इस विधि से जो आता है वह अतिथि है या जिसके आने की कोई तिथि निश्चित नहीं होती उसे अतिथि कहते हैं ।
संयम का विनाश न हो इस विधि से जो आता है वह अतिथि है या जिसके आने की कोई तिथि निश्चित नहीं होती उसे अतिथि कहते हैं ।
antarang tap
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now