लौकान्तिक शब्द में जो लोक शब्द है उसका अर्थ ब्रह्म स्वर्ग लिया गया है और उसका अन्त अर्थात बाहरी भाग लोकान्त कहलाता है वहाँ जो रहते हैं, वे लौकान्तिक कहलाते हैं । अथवा जन्म, जरा व मरण से व्याप्त संसार …
मान के दो भेद है – रसमान और बीजमान। घी आदि तरल पदार्थों को मापने की छटंकी आदि रसमान हैं और धान्य को मापने को कुड्व आदि बीजमान हैं। तगर आदि द्रव्यों को ऊपर उठाकर जिनसे तौला जाता है वे …
काल, अग्नि, भस्म, मृतिका, गोबर, पानी, ज्ञान, निर्विचिकित्सा (ग्लानि रहितपना) इस प्रकार लोक प्रसिद्ध शुचित आठ प्रकार का है।