• Courses
  • Features
    • About Us
    • FAQs
  • Blog
    • H5P
    • शास्त्र और ग्रंथ
  • Gallery
    • Categories

      • Interactive Puzzles (2)
      • आचार्यों द्वारा रचित ग्रंथ (8)
      • गुरुदेव कानजी स्वामी प्रवचन (1)
      • विद्वानों द्वारा रचित ग्रंथ (1)
      • शब्दावली (5)
    • RegisterLogin
Kund Kund
  • Courses
  • Features
    • About Us
    • FAQs
  • Blog
    • H5P
    • शास्त्र और ग्रंथ
  • Gallery
    • Categories

      • Interactive Puzzles (2)
      • आचार्यों द्वारा रचित ग्रंथ (8)
      • गुरुदेव कानजी स्वामी प्रवचन (1)
      • विद्वानों द्वारा रचित ग्रंथ (1)
      • शब्दावली (5)
    • RegisterLogin

Encyclopedia

  • Home
" 1 4 8 अ आ इ ई उ ऊ ऋ ॠ ए ऐ ओ औ क ख ग घ च छ ज झ ट ठ ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह
मं मख मज मट मत मथ मद मध मन मम मर मल मस मह मा मि मी मु मू मृ मे मै मो मौ म्
23 July

मख 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

देखिये मह ।

Read More
23 July

मंखली गोशाल 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

वीर भगवान के समवशरण में योग्य पात्र के अभाव में दिव्य ध्वनि निर्गत नहीं हुई तब इन्द्र गौतम नामक ब्राह्मण को ले आये। वह उसी समय दीक्षित हो गया और दिव्य ध्वनि को धारण करने की उसी समय उसमें पात्रता …

Read More
23 July

मंगल 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

मंगल का अर्थ शुभ, प्रशस्त, पुण्यरूप, कल्याणकारी व पवित्र है, पापरूप मल को गलाता अर्थात् नष्ट करता है, वह मंगल है अथवा जो मंग को अर्थात् सुख या पुण्य को लाता है, वह मंगल है। कार्य की निर्विघ्न समाप्ति इच्छित …

Read More
23 July

मज्जानुराग 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

साधर्मी जनों के प्रति ऐसा सुदृढ़ अनुराग होना जो विपत्ति या विषम परिस्थिति आने पर भी परस्पर अस्थि व मज्जा के समान न छूटे अर्थात् बना रहे, इसे मज्जानुराग कहते हैं।

Read More
23 July

मटंब 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

जो पाँच सौ ग्रामों में प्रधानभूत होता है उसका नाम मटंब है।

Read More
  • 1
  • 2
  • …
  • 37
  • >

Search

Categories

  • accordion
  • Blog
  • Chart /Table
  • Chart /Table
  • H5P
  • Uncategorized
  • अनुभूति
  • गाथा
  • ग्रंथ
  • ज्ञान
  • शब्दकोश
तीर्थंकरों के बारे मे  सब कुछ

तीर्थंकरों के बारे मे सब कुछ

Free
समयसार

समयसार

Free
ग्रंथ इंडेक्स

ग्रंथ इंडेक्स

Free

Kund Kund is proudly powered by WordPress

Login with your site account

Lost your password?

Not a member yet? Register now

Register a new account

Are you a member? Login now