मारूती धारणा
- Home
- मारूती धारणा
आग्नेयी- धारणा के उपरांत वह योगी आकाश में पूर्ण होकर विचरण करते हुए महावेगवान वायुमंडल का चिन्तवन करें। इस प्रबल वायुमंडल ने अग्नि में जले शरीर आदि की भस्म को उड़ा दिया है और फिर वायु शांत हो गई है – ऐसा चिन्तवन करे, यह मारूती – धारणा है।
antarang tap
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now