जो युद्ध में अधिरथी और महारथियों के चढ़ने योग्य होते हैं, वे रथ कहलाते हैं।
रमणीय देश नदी पर्वतादि से युक्त होने के कारण इसे रम्य कहते हैं यद्यपि अन्यत्र भी रमणीक क्षेत्र हैं परन्तु रम्यक नाम इसमें रूढ़ ही है।
जिस कर्म के उदय से रस में भेद होता है, वह रस नामकर्म है अथवा जिस कर्म के उदय से जीव के शरीर में जाति के अनुरूप तिक्त आदि रस उत्पन्न हो उसे रस नामकर्म कहते हैं। जो रस नामकर्म …