जो धर्म–क्रियाओं से रहित है और मनुष्य होकर भी पशु के समान आचरण करते हैं वे म्लेच्छ कहलाते हैं। इनके दो भेद हैं- अन्तर्द्वीपज और कर्मभूमिज । लवण और कालोद समुद्रों में स्थित अन्तर्द्वीपों में रहने वाले अन्तर्द्वीपज-म्लेच्छ कहलाते हैं …
म्लेच्छ दो प्रकार के हैं−अंतर्द्वीपज और कर्मभूमिज। अंतर्द्वीपों में उत्पन्न हुए अंतर्द्वीपजम्लेच्छ हैं और शक, यवन, शवर व पुलिंदादिक कर्मभूमिजम्लेच्छ हैं। सिद्धांतकोष से म्लेच्छखंड निर्देश तिलोयपण्णत्ति/4/ गाथा नं.सेसा विपंचखंडा णामेणं होंति म्लेच्छखंडत्ति। उत्तरतियखंडेसुं मज्झिमखंडस्स बहुमज्झे।268। गंगामहाणदीए अइढाइज्जेसु। कुंडजसरिपरिवारा हुवंति ण …