लोक प्रसिद्ध मरण तद्भवमरण कहलाता है और प्रतिक्षण आयु का क्षीण होना नित्य मरण कहलाता है। यद्यपि संसार में सभी जीव मरणधर्मा हैं, परंतु अज्ञानियों की मृत्यु बालमरण और ज्ञानियों की मृत्यु पंडितमरण हैं, क्योंकि, शरीर द्वारा जीव का त्याग …
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