23 Julyमत्सर Posted by kundkund Comments 0 commentजिस वस्तु में अपना कोई प्रयोजन न हो पर उसमें प्रतिसन्धान करना, दूसरे के अनुकूल पदार्थ के निवारण की या उसके घात की अथवा उसके गुणों के घात की इच्छा करना मत्सर है। Read More
23 Julyमत्स्योद्धर्त Posted by kundkund Comments 0 commentमछली की भाँति कटिभाग को ऊपर निकालकर वन्दना अदि करना मत्स्योद्धर्त दोष है। Read More