मत्सर Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentजिस वस्तु में अपना कोई प्रयोजन न हो पर उसमें प्रतिसन्धान करना, दूसरे के अनुकूल पदार्थ के निवारण की या उसके घात की अथवा उसके गुणों के घात की इच्छा करना मत्सर है।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023 moksh maarg prakashak 4 September, 2023