प्ररूपणा
सामान्य और विशेष की अपेक्षा गुणस्थानों में पर्याप्त अपर्याप्त आदि विशेषणों से विशेषित करके जो जीवों की परीक्षा की जाती है उसे प्ररूपणा कहते हैं। प्ररूपणा, निरूपणा और प्रज्ञापना ये एकार्थवाची नाम हैं गुण स्थान, जीव समास, पर्याप्ति, प्राण, संज्ञा, चौदह मार्गणा और उपयोग इस प्रकार क्रम से ये बीस प्ररूपणा कहीं गई है।