परिग्रह परिमाण व्रत
- Home
- परिग्रह परिमाण व्रत
धन धान्य आदि दस प्रकार के परिग्रह को परिमित करना अर्थात् उसका परिमाण करके कि इतना रखेंगे उससे अधिक की इच्छा नहीं करना यह परिग्रह परिमाण व्रत है इसे इच्छा परिमाण व्रत भी कहते है।
antarang tap
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now