परिग्रह त्याग प्रतिमा
जो वस्त्र मात्र परिग्रह को रख कर शेष सब परिग्रह को छोड़ देता है और स्वीकृत वस्त्र मात्र परिग्रह में भी ममत्व नहीं करता वह परिग्रह त्याग नामक नवमी प्रतिमा का धारक श्रावक कहलाता है। व्रती श्रावक की नवमीं प्रतिमा का नाम परिग्रह त्याग प्रतिमा है। इस प्रतिमा को धारण करने वाला श्रावक सोना चाँदी आदि समस्त परिग्रह का त्याग कर देता है तथा केवल अपने शरीर के लिए वस्त्र, घर आदि आवश्यक पदार्थों को स्वीकार करता है अथवा धर्म साधन के लिए जिन पदार्थों की आवश्यकता पड़ती है उनका ग्रहण करता है शेष सबका त्याग कर देता है इस प्रतिमा धारण करने से पूर्व वह घर वा स्त्री आदि का स्वामी माना जाता था परन्तु अब सबका जीवन पर्यन्त के त्याग करके निःशल्य हो जाता है ।