संख्या अथवा राशि जघन्य राशि मध्यम राशियाँ उत्कृष्ट विधान | मध्यम राशि संख्यात २ – परीतासंख्यात अंतिम अनवस्था कुंड की सरसों प्रमाण कुंड जघन्य एवं उत्कृष्ट के बीच | ( आगे युक्तासंख्यात ( ज . परीतासंख्यात ) ज ( ज …
तिसी प्रकार वे वैय्याकरणी जन ‘आप’ इस स्त्रीलिंग बहुवचनान्त शब्द का और ‘अम्भः’ इस नपुंसकलिंगी एकवचनान्त शब्द का लिंग और संख्या का भेद होने पर भी एक जल नामक अर्थ ग्रहण करते हैं। उनके यहाँ संख्या भेद से अर्थ में …