इसका वर्तमान नाम वैक्ट्रियाँ हैं।
शंकित जो हेतु विपक्ष में संशय रूप से रहे उसे शंकित वृत्ति अनैकान्तिक कहते हैं। जैसे- सर्वज्ञ नहीं हैं, क्यों कि वक्ता हैं। दूसरे का गर्भस्थ मैत्री पुत्र श्याम होना चाहिए क्योंकि मैत्री का पुत्र है, दूसरे मैत्री के पुत्रों …