वेदक् कहिए उदय का भोक्ता ।
जो वेदना सन्निकर्ष है, वह दो प्रकार की है- स्वस्थान वेदना सन्निकर्ष तथा परस्थान सन्निकर्ष । किसी विवक्षित एक कर्म का जो द्रव्य, क्षेत्र, काल विषयक सन्निकर्ष होता है, वह स्वस्थान वेदना सन्निकर्ष कहा जाता है। और आठों कर्मों विषयक …