विगत देह अर्थात् देहरहित सिद्ध भगवान विदेह कहलाते हैं अथवा देह के होते हुए भी जो शरीर के संस्कारों से रहित है ऐसे अर्हन्त भगवान विदेह हैं। उनके संयोग से उस देश को भी विदेह कहते हैं। वहाँ रहने वाले …
= विगतदेह अर्थात् देहरहित सिद्धभगवान् विदेह कहलाते हैं, क्योंकि उनके कर्मबंधन का उच्छेद हो गया है। अथवा देह के होते हुए भी जो शरीर के संस्कारों से रहित हैं ऐसे अर्हंत भगवान् विदेह हैं। उनके योग से उस देश को भी …
विद्या का अर्थ है यथावस्थित वस्तु के स्वरूप का अवलोकन करने की शक्ति । अथवा कल्याण रूप मंत्रों से परिष्कृत और लोगों का हित करने वाली भी विद्याएँ कहीं गई हैं। जातिविद्या, कुलविद्या और तपविद्या के भेद से विद्याएँ तीन …