world – लोक , विश्व लोक से भी बड़ा है क्योंकि उसमे आलोकाकाश है लोकस्वरूप का तुलनात्मक अध्ययन लोक निर्देश का सामान्य परिचय। जैन मताभिमत भूगोल परिचय। वैदिक धर्माभिमत भूगोल परिचय। बौद्धाभिमत भूगोल परिचय। आधुनिक विश्व परिचय। उपरोक्त मान्यताओं की …
आकाश के जितने भाग में जीव पुद्गल आदि षद्रव्य देखे जाते हैं वह लोक और उसके चारों ओर शेष अनंत आकाश अलोक कहलाता है अथवा षट् द्रव्यों का समवाय लोक है अथवा जहाँ पुण्य-पाप का फल जो सुख-दुख रूप है …
जो लोक का पालन करते हैं वे लोकपाल कहलाते हैं कल्पवासी देवों में इन्द्रों के परिवार में राजा के सेनापति के समान लोकपाल होते हैं। प्रत्येक इन्द्र के पूर्व आदि चारों दिशाओं के रक्षक क्रम से साम, यम, वरुण और …