1. लब्धि का अर्थ है प्राप्त होना जिसके संसर्ग से जीव द्रव्येन्द्रिय की रचना करने के लिए उद्यत होता है ऐसे ज्ञानावरण के क्षयोपशम विशेष को लब्धि कहते हैं अथवा जीव के जो ज्ञानावरण कर्म के क्षयोपशम से उत्पन्न हुई …
सूक्ष्म निगोद लब्धि अपर्याप्तक से लेकर श्रुत केवली तक जीवों के जितने क्षयोपशम होते हैं, उन सब की लब्धिअक्षर संज्ञा है। जघन्य लब्धि अक्षर सूक्ष्म निगोद लब्धि अपर्याप्तक के होता है और उत्कृष्ट 14 पूर्वधारी के होता है ।
लब्धिसार – नेमिचंद्र-आचार्य nikkyjain@gmail.com Date : 17-Nov-2022 Index गाथा / सूत्र विषय 001) मंगलाचरण 002) जीव में प्रथमोपशम सम्यग्दर्शन को प्राप्त करने की योग्यता बताते है 003) जीव के सम्यक्त्वोत्पत्ति से पूर्व मिथ्यात्व गुणस्थान में होने वाली पांच लब्धियां 004) …