सब रुद्र दश पूर्व का अध्ययन करके विषयों के निमित्त तप से भ्रष्ट होकर सम्यक्त्व रूपी रत्न से रहित होते हुए घोर नरक में डूब जाते हैं। रुद्रों के जीवन में असंयम का भार अधिक होता है, इसलिए नरकगामी होना …
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