• Courses
  • Features
    • About Us
    • FAQs
  • Blog
    • H5P
    • शास्त्र और ग्रंथ
  • Gallery
    • Categories

      • Interactive Puzzles (2)
      • आचार्यों द्वारा रचित ग्रंथ (8)
      • गुरुदेव कानजी स्वामी प्रवचन (1)
      • विद्वानों द्वारा रचित ग्रंथ (1)
      • शब्दावली (5)
    • RegisterLogin
Kund Kund
  • Courses
  • Features
    • About Us
    • FAQs
  • Blog
    • H5P
    • शास्त्र और ग्रंथ
  • Gallery
    • Categories

      • Interactive Puzzles (2)
      • आचार्यों द्वारा रचित ग्रंथ (8)
      • गुरुदेव कानजी स्वामी प्रवचन (1)
      • विद्वानों द्वारा रचित ग्रंथ (1)
      • शब्दावली (5)
    • RegisterLogin

Encyclopedia

  • Home
  • Page 2
" 1 4 8 अ आ इ ई उ ऊ ऋ ॠ ए ऐ ओ औ क ख ग घ च छ ज झ ट ठ ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह
चं चक चत चन चम चर चल चा चि चू चे चै चो चौ च्
चरण चरम चर्
23 July

चर्म 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

अजीव रत्न हैं । यह वज्र से बना हुआ है। म्लेच्छ राजा कृत जल के ऊपर तैरकर, अपने ऊपर सारे कटक को आश्रय देता है।

Read More
23 July

चर्या 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

किसी देवता के लिए, किसी मन्त्र की सिद्धि के लिए अथवा किसी औषधि या भोजन बनवाने के लिए मैं किसी जीव की हिंसा नहीं करूँगा ऐसी प्रतिज्ञा करना चर्या कहलाती है।

Read More
23 July

चर्या परीषह जय 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

मार्ग में चलते हुए तीक्ष्ण कंकर काँटे आदि चुभने से उत्पन्न हुई पीड़ा को समतापूर्वक सहन करना चर्या परीषह जय हैं जिसका शरीर तपश्चरण आदि के कारण अत्यन्त अशक्त हो गया है जैसे खड़ाऊँ आदि का त्याग कर दिया है। …

Read More
23 July

चर्या श्रावक 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

धर्म के लिए अपने किसी देवता के लिए, किसी मंत्र को सिद्ध करने के लिए, औषधियों के लिए, और भोग-उपभोग के लिए कभी हिंसा नहीं करते। यदि किसी कारण से हिंसा हो गई हो तो विधिपूर्वक प्रायश्चित कर विशुद्धता धारण …

Read More
  • <
  • 1
  • 2

Search

Categories

  • accordion
  • Blog
  • Chart /Table
  • Chart /Table
  • H5P
  • Uncategorized
  • अनुभूति
  • गाथा
  • ग्रंथ
  • ज्ञान
  • शब्दकोश
तीर्थंकरों के बारे मे  सब कुछ

तीर्थंकरों के बारे मे सब कुछ

Free
समयसार

समयसार

Free
ग्रंथ इंडेक्स

ग्रंथ इंडेक्स

Free

Kund Kund is proudly powered by WordPress

Login with your site account

Lost your password?

Not a member yet? Register now

Register a new account

Are you a member? Login now