चर्या
किसी देवता के लिए, किसी मन्त्र की सिद्धि के लिए अथवा किसी औषधि या भोजन बनवाने के लिए मैं किसी जीव की हिंसा नहीं करूँगा ऐसी प्रतिज्ञा करना चर्या कहलाती है।
किसी देवता के लिए, किसी मन्त्र की सिद्धि के लिए अथवा किसी औषधि या भोजन बनवाने के लिए मैं किसी जीव की हिंसा नहीं करूँगा ऐसी प्रतिज्ञा करना चर्या कहलाती है।
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