समूचा लोक तीन भागों में विभक्त है । लोक का ऊपरी भाग उर्ध्वलोक कहलाता है। इसका आकार मृदंग अर्थात् ढोलक के समान है और ऊँचाई सात राजू है। यहाँ वैमानिक देवों का निवास है। सोलह स्वर्ग, नौ ग्रैवेयक, नौ अनुदिश …
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