ऊर्ध्वलोक
- Home
- ऊर्ध्वलोक
समूचा लोक तीन भागों में विभक्त है । लोक का ऊपरी भाग उर्ध्वलोक कहलाता है। इसका आकार मृदंग अर्थात् ढोलक के समान है और ऊँचाई सात राजू है। यहाँ वैमानिक देवों का निवास है। सोलह स्वर्ग, नौ ग्रैवेयक, नौ अनुदिश और पाँच अनुत्तर- विमान ये सभी उर्ध्वलोक में क्रमशः ऊपर ऊपर स्थित हैं। –
antarang tap
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now