सत्व
1. सत्व का अर्थ अस्तित्व है । 2. सत्व जीव का पर्यायवाची नाम है। 3. कर्मों की सत्ता का नाम भी सत्य है। धान्य संग्रह के समान जो पूर्व संचित कर्म है उनके आत्मा में अवस्थित रहने को सत्व कहते हैं। आठों कर्मों की क्रमशः पाँच, नौ, दो, अठ्ठाईस, चार, तिरानवे, दो और पाँच इस तरह सब एक सौ अड़तालीस सत्ता रूप प्रकृतियाँ कही गई हैं।