वृषभगिरि
भरत क्षेत्र के आर्यखण्ड को छोड़कर शेष पाँचों ही खण्ड, म्लेच्छखण्ड नाम से प्रसिद्ध है उत्तर भारत के तीन खण्डो में से मध्यखण्ड के बहु मध्य भाग में चक्रवर्तियों के मान का मद्रन करने वाला नाना चक्रवर्तियों के नामों से व्याप्त और मूल में ऊपर एवं मध्य में रत्नों से निर्मित ऐसा वृषभ गिरि इसी प्रकार ऐरावत क्षेत्र में जानना चाहिए ।