वीतराग कथा
गुरू और शिष्य के बीच या रागद्वेष से विमुख विशेष विद्वानों के बीच तत्त्व के निर्णय होने तक जो चर्चा चलती है, उसे वीतराग – कथा कहते हैं।
गुरू और शिष्य के बीच या रागद्वेष से विमुख विशेष विद्वानों के बीच तत्त्व के निर्णय होने तक जो चर्चा चलती है, उसे वीतराग – कथा कहते हैं।
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