वस्तुत्व
वस्तु के भाव को वस्तुत्व कहते हैं अपने स्वरूप के ग्रहण और अन्य के स्वरूप के त्याग से ही वस्तु के वस्तुत्व का व्यवस्थापन किया जाता है।
वस्तु के भाव को वस्तुत्व कहते हैं अपने स्वरूप के ग्रहण और अन्य के स्वरूप के त्याग से ही वस्तु के वस्तुत्व का व्यवस्थापन किया जाता है।
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