वर्ण नाम कर्म
जिस कर्म के उदय से शरीर में वर्ण की उत्पत्ति होती है वह वर्ण नामकर्म है अथवा जिसके निमित्त से वर्ण में विभाग होता है वह वर्ण नामकर्म है जैसे भौंरा, कोयल, हंस, बगुला आदि में निश्चित वर्ण पाए जाते हैं। वर्ण नामकर्म पाँच प्रकार का है— कृष्ण वर्ण नामकर्म, नीलवर्ण नामकर्म, रुधिर वर्ण नामकर्म, हारिद्रवर्ण नामकर्म और शुक्ल वर्ण नामकर्म।