वचन बल Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentजीव के दस प्राणों में से एक प्राण है द्वीन्द्रिय से लेकर संज्ञी पंचेन्द्रिय जीवों में बोलने की सामर्थ्य ही वचन बल है।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023 moksh maarg prakashak 4 September, 2023