रामचन्द्र
राजा दशरथ के पुत्र थे। स्वयंवर में सीता से विवाह किया। माता कैकेयी द्वारा वनवास दिया गया। वनवास काल में सीता हरण होने पर रावण से युद्ध कर रावण को मारकर सीता को प्राप्त किया पर लौटने पर लोकापवाद से सीता का परित्याग किया। अंत में भाई लक्ष्मण की मृत्यु से पीड़ित होकर दीक्षा ग्रहण की और मोक्ष प्राप्त किया । इनका अपर नाम पद्म था । ये आठवें बलदेव थे ।