भव्यस्पर्श
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विष, कूट, यंत्र, पिंजरा, कन्दक और पशु को बांधने का जाल आदि और इनको करने वाले और इन्हें इच्छित स्थानों में रखने वाले स्पर्शन के योग्य होंगे परन्तु अभी उन्हें स्पर्श नहीं करते, वह सब भव्यस्पर्श है।
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