प्रतिपक्ष
साधन और निषेध को क्रम से आश्रय (साधन का पक्ष है) निषेध का आश्रय प्रतिपक्ष है। एक स्थान पर रहने वाले परस्पर विरोधी दो धर्म पक्ष (अपना मत) और प्रतिपक्ष (अपने विरुद्धवादी का मत अर्थात् (प्रतिवादी का मत) कहाता है। जैसे कि एक कहता है आत्मा है, दूसरा कहता है आत्मा नहीं है। भिन्न-भिन्न स्थान में रहने वाले परस्पर विरोधी धर्म पक्ष प्रतिपक्ष नहीं कहलाते । जैसे- एक ने कहाआत्मा है नित्य है । और दूसरा कहता है कि बुद्धि अनित्य है।