पारमार्थिक प्रत्यक्ष
सम्पूर्ण रूप से प्रत्यक्ष ज्ञान को पारमार्थिक प्रत्यक्ष कहते हैं। जो ज्ञान सम्पूर्ण रूप से निर्मल है, वह पारमार्थिक प्रत्यक्ष है। वह प्रत्यक्ष दो प्रकार का है- देशप्रत्यक्ष (विकल प्रत्यक्ष ) और सर्वप्रत्यक्ष (सकल प्रत्यक्ष ) । देश प्रत्यक्ष अवधिज्ञान और मनःपर्यय ज्ञान के भेद से दो प्रकार का है। सर्व प्रत्यक्ष केवलज्ञान है। कुछ पदार्थों को विषय करने वाला ज्ञान विकल पारमार्थिक है। मस्त द्रव्यों और उनकी पर्यायों को जानने वाले ज्ञान को सकल प्रत्यक्ष कहते हैं |