पांडु
भीष्म के सोतेले भाई व्यास का पुत्र था। अन्धकवृष्टि की कुन्ती नामक पुत्री से छद्मवेश संभोग किया, उससे कर्ण नाम का पुत्र उत्पन्न हुआ। तत्पश्चात् उसकी छोटी बहन माद्री सहित कुन्ती से विवाह किया । कुन्ती से युधिष्ठिर, अर्जुन व भीम तथा माद्री से नकुल व सहदेव उत्पन्न हुए। ये पाँचों ही आगे जाकर पाण्डव नाम से प्रसिद्ध हुए। अंत धारण कर तीन मुक्त हुए और दो समाधि पूर्वक स्वर्ग में उत्पन्न हुए। दीक्षा