पर्यायज्ञान
जिस प्रकार की मेघ का आवरण होने पर भी सूर्य और चन्द्रमा की प्रभा कुछ अंशों में प्रकट रही आती है, उसी प्रकार श्रुतज्ञान का आवरण होने पर भी पर्याय नाम का प्रकट रहा आता है। श्रुतज्ञान के अनेक विकल्पों में एक विकल्प एक ह्रस्व अक्षर भी है। एक हृस्व अक्षर रूप विकल्प के अनेक बार अनंतानंत भाग किये जाये तो उनमें एक भाग पर्याय नाम का श्रुतज्ञान होता है।